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Original Stories By Author (47): Physics Srivastava

This is a collection of Original Creation by Nilesh Mishra

कहानी 47: Physics Srivastava
इलाहाबाद के फिजिक्स श्रीवास्तव औऱ कानपुर के चुलबुल पांडेय दोनों का दिल दिल्ली वाली ठकुराइन पे आया हुआ था। लेकिन ठकुराइन ने शर्त रखी कि जो उसके घर वालों को इम्प्रेस करेगा वही जीतेगा। घर वाले खानदानी पहलवान थे। सो ग़लती की कोई गुंजाइश नही थी। श्रीवास्तव जी ने बहुत लंबा खर्चा और जुगत भिड़ा के बहुत सारे हाई powered लेज़र devices को एक ही पॉइंट पे Shoot करने के लिए arrange किया और General Relativity Theory की Field Equations को use करते हुए MNNIT के सुपर कम्प्यूटर से optimum power calculate की। negative mass के लिए Cassemier Effect का गहराई से अध्धयन करके सारी चीजें एकदम फिट फाट करके एक Worm Hole create किया जिसका दूसरा सिरा सीधे महबूबा के घर पे खुलता । बस फिर क्या था, भाई साहब अपने ज्ञान से सबको प्रभावित करने के लिए उसी के जरिये सीधे मैडम के घर के अंदर प्रगट हो गए। वहां चुलबुल पांडेय को देख कर उनके होश फाख्ता हो गए जो दोस्त की मारुति से कानपुर के चोर बाजार से खरीदे अरमानी का सूट पहन कर उधार के पैसे से बदनाम लड्डू की दुकान से लाई मिठाई सबको खिला के खुश कर चुके थे।
फिर क्या हुआ? फिर क्या हुआ?
होना क्या था , जबरदस्ती किसी के घर मे घुसने के मामले में थाने ले जाए गए और बहुत मारे गए।
नोट: इस कहानी में ठकुराइन का प्रोमोशन से, श्रीवास्तव जी का प्रतिभावान innovative कर्मचारियों से और पांडेय जी का चालाक कर्मचारियों से कोई लेना देना नही है।
--निलेश मिश्रा


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